1. संस्था का विधिवत गठन किया गया।
2. संविधान बनाकर 5 जून विश्व पर्यावरण दिवस के दिन राजस्थान प्रदेश स्तर पर पंजीकृत कराना। संस्था का स्थापना दिवस 5 जून होना अच्छी बात है।
3. संस्था के संरक्षक,मार्गदर्शक एवं प्रेरणास्त्रोत मुकाम पीठाीधश्वर आचार्य स्वामी रामानन्दजी महाराज होना।
4. प्रदेश कार्यकारिणी के सभी पदों पर नियुिक्तयां हो जाना।
5. नागौर में जिला कार्यकारिणी का गठन, चार तहसीलों में कार्यकारिणी बनने के साथ ही रोटू में ग्राम ईकाई का गठन।
6. बीकानेर जिला कार्यकारिणी एवं छ: तहसीलों में गठन।
7. हनुमानगढ़ जिला कार्यकारिणी एवं छ: तहसील कार्यकारिणयां गठित।
8. श्रीगंगानगर जिला कार्यकारिणी एवं पांच तहसील ईकाईयां गठित।
9. 15 अगस्त 2012 को स्वतंत्रता दिवस के जिला स्तरीय मुख्य समारोह में जिला प्रशासन एवं मंत्री द्वारा नागौर के जिलाध्यक्ष मांगीलाल भादू सम्मानित।
10. प्रदेश महामंत्री अनिल धारणियां हनुमानगढ़ कलक्टर एवं मंत्री द्वारा सम्मानित।
11. नागौर जिले की मेड़ता तहसील के मुख्य समारोह में उपखण्ड प्रशासन द्वारा संस्था की अभिशंषा पर तहसील अध्यक्ष सीपी नैण एवं चार अन्य कार्यकर्ता सम्मानित।
12. इन्टरनेट पर संस्था की वेबसाईट पर हर गतिविधि छोडऩा।
13. 24 जुलाई 2012 को नागौर जिले की जायल तहसील के तवंरा गांव के आसपास हिरण शिकार होने पर मृत हिरण व मोर का मांस
पकडऩा, हथियारों का जखीरा बरामद करना, संस्था के कार्यकत्र्ताओं द्वारा पुलिस व वन विभाग की मदद कर पांच शिकारी पकडऩा
जिससे जिले में तहलका मचना। सारी कार्यवाहियां सफल रही।शिकारियों के साथ मिलीभगत करने वाले एएसआई की पोल खोलना,
एसपी को शिकायत करना।
14. 29 अगस्त को नागौर जिले के भेड़ गांव में हिरण शिकार के बाद छापेमारी में सैंकड़ों कार्यकत्र्ताओं द्वारा पुलिस व वनविभाग की मदद करना। पांच शिकारी पकडऩा, समाचार पत्रों में बड़ी-बड़ी खबरें छपने से शिकारियों में भय पैदा हुआ, लोगों में जागृति आई।
15. प्रतिमाह प्रदेश कार्यकारिणी की नियमित बैठकें होना।
16. संस्था पंजीयन के सवा चार माह बाद ही प्रथम अधिवेशन आयोजित कर जीवरक्षा एवंनशामुक्ति प्रान्तीय सम्मेलन करवाना।
17. संस्था की स्मारिका परिचयावली के रूप में प्रकाशित करना।
18. बच्चों में जाम्भाणी संस्कार निर्माण के लिए शिविर लगाना।
19. नशामुक्ति के आयोजन कराना, रात्रि जागरणों में नशामुक्ति की प्रेरणा देना।
2. संविधान बनाकर 5 जून विश्व पर्यावरण दिवस के दिन राजस्थान प्रदेश स्तर पर पंजीकृत कराना। संस्था का स्थापना दिवस 5 जून होना अच्छी बात है।
3. संस्था के संरक्षक,मार्गदर्शक एवं प्रेरणास्त्रोत मुकाम पीठाीधश्वर आचार्य स्वामी रामानन्दजी महाराज होना।
4. प्रदेश कार्यकारिणी के सभी पदों पर नियुिक्तयां हो जाना।
5. नागौर में जिला कार्यकारिणी का गठन, चार तहसीलों में कार्यकारिणी बनने के साथ ही रोटू में ग्राम ईकाई का गठन।
6. बीकानेर जिला कार्यकारिणी एवं छ: तहसीलों में गठन।
7. हनुमानगढ़ जिला कार्यकारिणी एवं छ: तहसील कार्यकारिणयां गठित।
8. श्रीगंगानगर जिला कार्यकारिणी एवं पांच तहसील ईकाईयां गठित।
9. 15 अगस्त 2012 को स्वतंत्रता दिवस के जिला स्तरीय मुख्य समारोह में जिला प्रशासन एवं मंत्री द्वारा नागौर के जिलाध्यक्ष मांगीलाल भादू सम्मानित।
10. प्रदेश महामंत्री अनिल धारणियां हनुमानगढ़ कलक्टर एवं मंत्री द्वारा सम्मानित।
11. नागौर जिले की मेड़ता तहसील के मुख्य समारोह में उपखण्ड प्रशासन द्वारा संस्था की अभिशंषा पर तहसील अध्यक्ष सीपी नैण एवं चार अन्य कार्यकर्ता सम्मानित।
12. इन्टरनेट पर संस्था की वेबसाईट पर हर गतिविधि छोडऩा।
13. 24 जुलाई 2012 को नागौर जिले की जायल तहसील के तवंरा गांव के आसपास हिरण शिकार होने पर मृत हिरण व मोर का मांस
पकडऩा, हथियारों का जखीरा बरामद करना, संस्था के कार्यकत्र्ताओं द्वारा पुलिस व वन विभाग की मदद कर पांच शिकारी पकडऩा
जिससे जिले में तहलका मचना। सारी कार्यवाहियां सफल रही।शिकारियों के साथ मिलीभगत करने वाले एएसआई की पोल खोलना,
एसपी को शिकायत करना।
14. 29 अगस्त को नागौर जिले के भेड़ गांव में हिरण शिकार के बाद छापेमारी में सैंकड़ों कार्यकत्र्ताओं द्वारा पुलिस व वनविभाग की मदद करना। पांच शिकारी पकडऩा, समाचार पत्रों में बड़ी-बड़ी खबरें छपने से शिकारियों में भय पैदा हुआ, लोगों में जागृति आई।
15. प्रतिमाह प्रदेश कार्यकारिणी की नियमित बैठकें होना।
16. संस्था पंजीयन के सवा चार माह बाद ही प्रथम अधिवेशन आयोजित कर जीवरक्षा एवंनशामुक्ति प्रान्तीय सम्मेलन करवाना।
17. संस्था की स्मारिका परिचयावली के रूप में प्रकाशित करना।
18. बच्चों में जाम्भाणी संस्कार निर्माण के लिए शिविर लगाना।
19. नशामुक्ति के आयोजन कराना, रात्रि जागरणों में नशामुक्ति की प्रेरणा देना।